डेस्क। बिहार की पटना पुलिस ने राजधानी के कदमकुंआ थाना क्षेत्र के मछुआटोली से शुक्रवार को 15 लाख रुपये से अधिक का प्रतिबंधित ऑक्सीटॉसिन इंजेक्शन बरामद की है। पुलिस सूत्रों की माने तो सटीक सूचना के आधार पर मछुआटोली स्थित एक फैक्ट्री में छापेमारी की गयी। छापेमारी के दौरान 15 लाख रुपये मूल्य के 40 डिब्बे से अधिक प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद की गई। हालांकि फैक्ट्री के संचालक ने दावा किया है कि उसके पास औषधि नियंाक से इसका लाइसेंस प्राप्त है।
सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में औषधि नियंाक को भी जानकारी दे दी गयी है कि फैक्ट्री में चोरी छिपे इंजेक्शन बनाकर बाजार में आपूर्ति की जाती थी। यह इंजेक्शन किराना और दवा दुकानों के अलावा गौशाला में भी चोरी छिपे बेची जाती थी। पुलिस इस मामले की छानबीन करने में लगी हुयी है कि प्रतिबंधित इंजेक्शन बाजार में कैसे बेचा जाता था।
सूत्रों ने बताया कि यह इंजेक्शन चोरी छिपे मवेशियों में दूध उतारने के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा फल और सब्जियों के अधिक उत्पादन के लिये भी इसका प्रयोग होता है। ऐसे पदार्थों के सेवन से लोगों के शरीर में ऑक्सीटॉसिन की मााा आ जाती है जो काफी हानिकारक है। केन्द्र सरकार ने वर्ष 2014 में इस इंजेक्शन की बिक्री पर रोक लगा दी थी और इसकी आपूर्ति केवल मवेशियों के सरकारी अस्पतालों में ही की जा सकती है।