न्यूज। बीमा कंपनियों और स्वास्थ्य देखभाल सेवायें प्रदान करने वाली कंपनियों से देश के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुँच सुनिश्चित करने और गरीबों को किफायती दर पर सेवायें प्रदान कराने के लिए कहा है। यह जानकारी बीमा नियामक आईआरडीएआई के अध्यक्ष सुभाष चंद्र खुंटिया ने दी। श्री खुंटिया ने उद्योग संगठन फिक्की के एक सम्मेलन में कहा कि स्वास्थ्य बीमा कंपनियों और हेल्थकेयर प्रदाताओं को अपने मानकों का उन्नयन करना चाहिए तथा समानता और गुणवत्ता पूर्ण सेवायें प्रदान करने के लिए अपने पेशे में नैतिकता अपनानी चाहिये। उन्होंने कहा कि अधिकांश लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वस्थ तक पहुँच सुनिश्चित करने की आवश्यकता है क्योंकि भारत में अभी भी स्वास्थ्य संबंधी 65 फीसदी व्यय लोग अपनी जेब से करते हैं जबकि इस मामले में वैश्विक औसत 18 प्रतिशत है।
उन्होंने हेल्थकेयर प्रदाताओं की सेवायें के लिए मानक दर तय किये जाने पर जोर देते हुये कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जब नियामक है तब भी उचित उपचार के लिए स्व नियमन की जरूरत है। उन्होंने बीमा कंपनियों को उपचार की दर पर निगरानी के लिए स्वास्थ्य प्रदाताओं के साथ करार करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों को प्रौद्योगिकी का उपयोग कर बीमाधारकों की जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों जैसे रक्तचाप और दिल की बामरियों आदि की निगरानी के लिए स्वास्थ्य पैरामीटर बनाना चाहिए। इससे प्रीमियम को किफायती बनाये रखने के साथ ही दावों में भी कमी लाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने महिलाओं और पुरुषों की जीवन प्रत्याशा और स्वस्थ जीवन प्रत्याशा के बीच के अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपील करते हुये कहा कि वर्ष 2017 में जीवन प्रत्याशा बढ़कर 69 वर्ष हो गयी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन प्रत्याशा के क्षेा में ऐसी उपलब्धि हासिल करना अभी भी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियों को विभिन्न प्रोत्साहन स्कीमों के माध्यम से ओपीडी और रोगों से रक्षा संबंधी खर्च को भी कवर करना चाहिए।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.