लखनऊ – डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण स्ट्रेचर न मिलने पर आये ओपीडी में मरीज को ले जाने के लिए बवाल मचता रहता है,लेकिन संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी इससे बेफ्रिक होकर स्ट्रेचर से निर्माणाधीन स्थल पर ईट पहुंचा रहा है आैर स्ट्रेचर की कमी से मरीज को तीमारदार चादर पर लेकर आ रहे है। लोहिया संस्थान के निदेशक डा. दीपक मालवीय के तमाम दावों के बावजूद संस्थान में व्यवस्था सुधर नहीं रही है। संस्थान की ओपीडी में स्थानीय ही नहीं आस-पास जनपदों से भी मरीज आते है। इनमें काफी मरीजों की हालत यह होती है कि उन्हें ओपीडी में डाक्टर के कमरे तक स्ट्रेचर की मदद से ही ले जाया जा सकता है।
यहां पर आये दिन स्ट्रेचर की कमी के चलते तीमारदार मरीजों को ले जाने के लिए परेशान रहते है। जिसको व्हील चेअर मिली तो उससे ले गया आैर या अन्य किसी तरह मरीज को ओपीडी तक ले जाते है। ओपीडी में अव्यवस्था का आलम यह है कि यहां पर मरीजों की मदद करने के लिए बैठा गया कर्मचारी खुद गायब रहता है या फिर नियमों की दुहाई देते हुए टरका देता है। तीमारदारों को खुद ही अपने मरीजों की मदद करनी पड़ती है, लेकिन बुधवार को ओपीडी में जो नजारा दिखा उसे देखकर तीमारदार मरीजों में आक्रोश फैल गया। स्ट्रेचर पर ईट भर ले जायी रही थी। लोगों ने देखा कि ईट से भरा स्ट्रेचर लिफ्ट से प्रथम तल पर चला गया, जब कि दूसरी ओर ओपीडी में स्ट्रेचर की कमी को देखते हुए तीमारदार मरीजों को चादर के कोने को पकड़ कर ओपीडी में लेकर आ रहे थे।
यह एक मरीज के साथ नहीं काफी संख्या में मरीजों के साथ हुए उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला। काफी संख्या में तीमारदार अपने मरीजों को गोद में लेकर या चादर के कोने को पकड़ कर ले जा रहे थे। कुछ तीमारदारों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों ने की तो कहा गया आैर भी स्ट्रेचर है। स्ट्रेचर की कमी नहीं है।अधिकारियांे ने अपना झाड़ लिया लेकिन मरीजों को स्ट्रेचर नही मिल सका।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.