राष्ट्रीय स्तर पर मेडिकल की नीट की प्रवेश परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कराने की कोशिश की गयी। इस साजिश के आरोप में बिहार की पटना पुलिस ने दो जूनियर डॉक्टर और एक परीक्षा केन्द्र अधीक्षक संिहत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि अन्य प्रदेशों में नीट की प्रवेश परीक्षा शांति पूर्वक होने का दावा किया जा रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पटना मनु महाराज ने रविवार की शाम को पत्रकार वार्ता की। उन्होंने इस मामले में गिरफ्तार किये गये आरोपियों की मौजूदगी में कहा कि कल रात ही सूचना मिली थी कि नीट की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक करने की एक बड़ी साजिश की जा रही है। इसके बाद सर्तकता बरतते हुए एक विशेष टीम का गठन कर दिया गया।
दो जू. डाक्टर समेत पांच गिरफ्तार :
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बताया कि बैंक से प्रश्नपत्र लेकर गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित परीक्षा केन्द्र के लिए जा रहे वाहन के चालक और सह चालक से मिलीभगत कर जूनियर डॉक्टर शिवम मंडल और जूनियर डाक्टर शिव वाहन में सवार हो गये। इसके बाद दोनों वाहन में रखे स्ट्रॉन्ग बॉक्स को लोहे की ब्लेड से काटने लगे। उन्होंने कहा कि गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित परीक्षा केन्द्र से पहले ही विशेष टीम जब वाहन की तलाशी ले रही थी तभी इन दोनों को देख लिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विशेष टीम ने तत्काल शिवम और शिव के साथ ही वाहन के चालक तथा सह चालक को गिरफ्तार कर लिया । गिरफ्तार अपराधियों के पास से पांच मोबाईल फोन समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद परीक्षा के केन्द्राधीक्षक अविनाश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
श्री महाराज ने बताया कि पूछताछ में यह पता चला है कि शिवम और शिव की वाहन में रखे स्ट्रॉन्ग बॉक्स को काटने के बाद उसमें रखे प्रश्नपत्र को अपने मोबाईल फोन से फोटो खींचकर आज की परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने की योजना थी।
शिवम नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तथा शिव पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर है। इनके साथ इस घटना में केन्द्र अधीक्षक की बड़ी भूमिका थी, काफ ी पहले ही इस साजिश को रचा गया था आैर इसे अंजाम देने के लिए ताना बुना गया था।