लखनऊ। बीती रात किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लारी कार्डियोलॉजी में गंभीर मरीज की मौत हो जाने पर तीमारदारों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर तोड़फोड़ की। तीमारदारों ने इमरजेंसी का गेट तोड़ दिया। डॉक्टरों ने खुद को बचाने की कोशिश की तो उनको टूटे हुए शीशे से मारने की कोशिश की, इस दौरान जूनियर डॉक्टरों व रेजिडेंट डॉक्टरों को भी चोट आई है। सुरक्षा गार्डों को भी पीटा गया। इस मारपीट की तोड़फोड़ के बाद लारी ICU में अफरा तफरी मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस में मामला शांत कराने की कोशिश की।
केजीएमयू की तरफ से रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है वहीं दूसरी ओर रात से ही लारी में अघोषित हड़ताल शुरू हो गई थी हालांकि वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है हड़ताल नहीं है मरीजों को इलाज मिल रहा है। बीती रात लारी में अब्दुल रहमान नाम के मरीज को परिजन गंभीर हालत में लेकर आए थे उसकी सांस काफी उखड़ी हुई थी। डॉक्टरों का कहना है इमरजेंसी में ही दवा देते हुए उसको सीपीआर करके इलाज किया जा रहा था। जांच शुरू हो गई थी। उसके बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और इलाज के दौरान ही 9 मिनट में उसकी मौत हो गई।
सुरक्षा गार्डों को भी पीटा –
डॉक्टरों का आरोप है इसके बाद परिजन फिर भी इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे और समझाने पर तोड़फोड़ शुरू कर दी। सुरक्षा गार्डों ने जब रोकने की कोशिश कि उन्हें भी मारा पीटा गया। इमरजेंसी गेट का शीशा तोड़ दिया गया जब डॉक्टरों ने रोकने की कोशिश की तो टूटे शीशे से ही उनपर हमला कर दिया गया। डॉक्टरों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है इलाज करा रहे परिजन लगातार आईसीयू के अंदर ले जाकर इलाज करने के लिए कह रहे थे जबकि डॉक्टरों ने तत्काल इलाज शुरू कर दिया था। इस घटना के बाद से लारी में तैनात जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने लगभग काम बंद कर दिया था। पहुंचे वरिष्ठ डॉक्टरों ने गंभीरता को देखते हुए मरीजों का इलाज शुरू कर दिया है।