लखनऊ – आई-क्यू सुपर स्पेशलिटी आई हाॅस्पिटल ने अपने अलीगंज केन्द्र में डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिये महीने भर चलने वाला निःशुल्क डायबिटिक रेटिनोपैथी स्क्रीनिंग कैम्प आयोजित किया है। इस कैम्प आगामी 14 दिसम्बर तक डायबिटीज से पीड़ित लोग अपनी आंखों की जांच निःशुल्क करा सकेगें। इस कैम्प की योजना उन लोगों को ध्यान में रख कर बनाई गई है जो मधुमेह से ग्रस्त हैं अथवा जिन्हें इसका ज्यादा जोखिम है। समय पर डायग्नोसिस एवं तत्काल इलाज होने से मरीजों को मधुमेह संबंधी अंधेपन से बचाया जा सकता है।
प्रातः साढ़े नौ बजे से सायं साढ़े छह बजे तक यह कैम्प लगाया जा रहा है। इस अवसर पर डाॅ. मनीष दवे, रेटिना विशेषज्ञ आई-क्यू सुपर स्पेशलिटी आई हाॅस्पिटल ने कहा, ’’डायबिटिक रेटिनोपैथी मधुमेह की सबसे प्रमुख जटिलता है। इससे रेटिना की रक्त वाहिकाओं में बदलाव हो जाते हैं, ये बदलाव अंधेपन की अहम वजह हैं। इससे रेटिना की रक्त धमनियों से रक्त स्त्राव या तरल बहने की घटना हो सकती है और दृष्टि धुंधली हो जाती है।
डायबिटिक रेटिनोपैथी मधुमेह की सबसे प्रमुख जटिलता है –
भारत में डायबिटीज़ जितने बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है और डायबिटिक रेटिनोपैथी के मामलों में वृद्धि हो रही है उसके मद्देनजर तत्काल नियंत्रण उपाय करने की जरूरत है ताकि डायबिटिक रेटिनोपैथी अंधेपन का बड़ा कारण न बनने पाए। डाॅ. मनीष दवे, रेटिना विशेषज्ञ आई-क्यू सुपर स्पेशलिटी आई हाॅस्पिटल ने कहा, ’’डायबिटिक रेटिनोपैथी मधुमेह की सबसे प्रमुख जटिलता है।
भारत में डायबिटीज़ जितने बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है –
इससे रेटिना की रक्त वाहिकाओं में बदलाव हो जाते हैं, ये बदलाव अंधेपन की अहम वजह हैं। इससे रेटिना की रक्त धमनियों से रक्त स्त्राव या तरल बहने की घटना हो सकती है और दृष्टि धुंधली हो जाती है। भारत में डायबिटीज़ जितने बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है और डायबिटिक रेटिनोपैथी के मामलों में वृद्धि हो रही है उसके मद्देनजर तत्काल नियंत्रण उपाय करने की जरूरत है ताकि डायबिटिक रेटिनोपैथी अंधेपन का बड़ा कारण न बनने पाए।