लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत से अपनी जीत दर्ज की है। इसके बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार होगी है। लेकिन अभी तक इस सरकार का मुख्यमंत्री कौन होगा । इसकी तस्वीर साफ नहीं हो पायी है। आज राजधानी में बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह मतगणना शुरू होने के बाद से ही भाजपा लगातार बढ़त बनाये हुयी थी। पूरे दिन मोदी नाम की सुनामी ने दूसरे दलों की सांस फुला रखी थी। मतगणना प्रारम्भ होने के लगभग दो घंटे बाद से ही तस्वीर साफ होने लगी । वहीं शाम होते -होते भाजपा ने सभी दलों को लगभग चित कर दिया। यूपी विधान सभा की 403 सीटों पर 4854 उम्मींद वारों की किस्मत का फेसला हुआ।
जिसमें से भाजपा ने लगभग 325 सीटों पर कब्जा किया। इसके अलावा चार अन्य राज्यों में भी विधानसभा चुनाव के बाद आज मतगणना हुयी। जिसमें पंजाब ,उत्तराखंण्ड,गोवा तथा मणिपुर शामिल रहे। उत्तराखण्ड में भी उत्तर प्रदेश की तरह ही भगवा परचम लहराया है। जबकि पंजाब में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा सींटे जीतीं। पंजाब में भाजपा के साथ ही आप पार्टी को भी नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं मणिपुर में कांग्रेस व भाजपा ने लगभग बराबर सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। जबकि गोवा में कांग्रेस भाजपा से चार सीट आगे हैं।
यूपी की जनता ने भाजपा को जो बहुमत दिया है-
उसे सपा व बसपा पचा नहीं पा रहे हैं। चुनाव में हार के बाद अखिलेश यादव ने राजभवन पहुंचकर गवर्नर राम नाईक को इस्तीफा सौंपने से पहले प्रेसवार्ता कर कहा कि अब तो लगभग पूरा परिणाम सामने है। मुझे यकीन है कि नई सरकार हमसे बेहतर काम करेगी। अखिलेश ने जनता को बधाई देता देते हुए कहा कि हम लोकतंत्र के निर्णय को स्वीकार करते हैं। साथ ही उन्होंने मायावती द्वारा ईवीएम मशीन पर सवाल खड़े किए जाने का समर्थन करते हुए सरकार से जांच कराने की मांग की है।
वहीं मायावती ने भाजपा की जीत देखकर प्रेसवार्ता की और कहा कि चुनाव में धांधली की गयी है। उन्होंने बसपा की हार के लिए ईवीएम मशीन को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि मुस्लिम वोटों का बीजेपी को जाना हजम नहीं हो रहा है। मायावती ने पीएम मोदी और अमित शाह को चुनौती देते हुए कहा है कि दोबारा से पुरानी व्यवस्था यानि की वैलेट पेपर से मतदान कराये।